रवीन्द्राचार्य जी का वेदसंज्ञाविचार विषयक भ्रमोच्छेदन | Ravindracharya's bhramocchedana on vedasaṃjñāvicāra
लेखक - यशपाल आर्य हमने वेदसंज्ञा विचार नाम से एक लेख लिखा जिसके विरुद्ध श्री रवीन्द्राचार्य जी ने वीडियो बनाया व परोपकारी पत्रिका के जुलाई 2023 के प्रथम अङ्क में लेख लिखा। दोनों में एक ही तर्क हैं। इनके तर्क व प्रमाणों के परीक्षणार्थ और सत्य के निर्णय हेतु हम इनके आक्षेपों का उत्तर देने हेतु यह लेख लिख रहे हैं। हमारे वेदसंज्ञा विचार नामक लेख पढ़ने हेतु इस लिंक पर क्लिक करके पढ़ सकते हैं- https://aryaresearcher.blogspot.com/2023/04/veda-samjna-vicara.html श्री रवीन्द्राचार्य जी लिखते हैं कि मैंने (श्री रवीन्द्राचार्य) कमेंट सेक्शन में शास्त्रार्थ हेतु आमंत्रित किया किंतु उत्तर नहीं आया। उत्तर - आप इस गौण विषय को लेख में स्थान देंगे हमें ऐसी आशा नहीं थी। अस्तु! हमें व्यर्थ में इसपर विवाद करके लेख का कलेवर नहीं बढ़ाना है, इस आक्षेप का उत्तर हम अत्यंत संक्षेप रूप से देते हैं। आपने अपना परिचय नहीं दिया, ऐसे ही कोई भी आकर शास्त्रार्थ हेतु कहे तो क्या हम खाली बैठे हैं जो हर एक से शास्त्रार्थ करें? हां, जो विद्वान् हों उनसे अवश्य प्रीतिपूर्वक वाद कर सकते हैं। यदि आपको वाद करना ही था तो टेलीग्र