Posts

Showing posts from January, 2023

क्या उत्तरकांड महर्षि वाल्मीकि कृत है | Critical Research on Interpolations in Ramayana

Image
लेखक - यशपाल आर्य अनेक लोग यह भ्रम फैलाते रहते हैं कि उत्तरकांड महर्षि वाल्मीकि कृत है, आर्ष है। किन्तु क्या उत्तरकांड भगवान् वाल्मीकि की ही कृति है वा बाद के मिलावट करने वालों ने अपने काल्पनिक कथा को भगवान् वाल्मीकि के माथे मढ़ दिया? निष्पक्ष होकर इसकी समीक्षा करते हैं। वाल्मीकि रामायण के आदि में जब देवर्षि नारद जी से महर्षि वाल्मीकि जी अनेक गुणों से युक्त मनुष्य के विषय में पूछते हैं तो नारद जी उन्हें भगवान् श्रीराम के विषय में बताते हैं। वहां वे भगवान् श्रीराम के राजा बनने के बाद उनके राज्य का वर्णन करके रामकथा समाप्त करके फलश्रुति बता देते हैं। वहां भगवान् नारद ने उत्तरकांड के किसी घटना का वर्णन नहीं किया है। यहां आप देख सकते हैं भगवान् श्रीराम के राजा बनने के बाद देवर्षि नारद जी उनके राज्य का वर्णन करके तत्पश्चात उनके ब्रह्मलोक गमन अर्थात् मोक्ष को जाने का वर्णन करके फलश्रुति बता कर भगवान् श्रीराम के जीवनी को समाप्त कर देते हैं, यहां उत्तरकांड के किसी प्रसंग का लेशमात्र भी वर्णन नहीं है। श्लोक 97 में गीता प्रेस ने अर्थ सही नहीं किया है, यहां असंभव दोष प्राप्त होता है। स्वामी जगदीश