क्या अर्जुन सुभद्रा तथा कृष्ण रुक्मणि भाई बहन लगते थे?
लेखक - यशपाल आर्य कुछ लोग यह आक्षेप लगाते हैं कि सनातन धर्म में निकट संबंधों में विवाह होता था। वे लोग ऐसा आक्षेप करते हैं कि अर्जुन ने सुभद्रा से विवाह किया और सुभद्रा तो कृष्ण जी की बहन थी और और कृष्ण जी के पिता का नाम वसुदेव था, वसुदेव जी के पिता का नाम शूरसेन था और कुंती भी उन्हीं की पुत्री थी जिसे उन्होंने राजा कुंतीभोज को दे दिया और अर्जुन का कुंती पुत्र होने से अर्जुन और सुभद्रा भाई बहन सिद्ध हुए। हम आज इसी आक्षेप का निवारण करेंगे तथा कुछ लोग रुक्मणि और कृष्ण को भी भाई बहन मानते हैं उनका भी भ्रांति निवारण करेंगे। सबसे पहले हम सुभद्राहरण प्रसंग पर थोड़ा संक्षेप से देखते हैं- एक बार रैवतक पर्वत पर वृष्णि व अंधक वंश के लोग एक उत्सव करते हैं। उसमें द्वारका के सैकड़ों हजारों मनुष्य अपनी स्त्रियों व सेवकों सहित पैदल वा छोटी बड़ी सवारियों से आकर सम्मिलित हुए। जिसमें भगवान् श्री कृष्ण जी भी अर्जुन के साथ घूम रहे थे- चित्रकौतूहले तस्मिन् वर्तमाने महाद्भुते। वासुदेवश्च पार्थश्च सहितौ परिजग्मतुः॥१३।। उस अत्यन्त अद्भुत विचित्र कौतूहलपूर्ण उत्सव में भगवान् श्रीकृष्ण और अर्जुन एक साथ घूम रहे